इंदौर और उसके पश्चिम के क्षेत्र में लोकविद्या जन आन्दोलन के विस्तार का कार्य किया जा रहा है। इस सिलसिले में 26 और 27 जुलाई 2012 को इंदौर के ग्रामीण इलाकों और धार व झाबुआ जिलों का दौरा किया गया. दौरे में वाराणसी से दिलीप और सिंगरौली से अवधेश व रवि शेखर शामिल हुए. इंदौर से संजीव, तपन, कैलाश, मगन, राजू और सुमेर थे। कई स्थानों पर बैठकें की गयीं। 26 जुलाई को धार जिले के मुंडाना गाँव में हुई ज्ञान पंचायत विशेष रूप से उल्लेखनीय है। अचाना, मांगरोल, सुलावद, मंदलावाडा, चन्दन खेडी, सागोर, खेडा, बरदरी, अकोलिया, माधोपुर, गोद गाँव, राधा नगर, और आस-पास के गांवों में तैयारी में चर्चाएं की गयीं थीं. लगभग 10 गांवों के लोग ज्ञान पंचायत में शामिल हुए। काली बिल्लोद, जहाँ 25 मार्च को एक बड़ी ज्ञान पंचायत हुई थी, से ग्राम प्रधान सहित चार व्यक्ति आये थे। राधा नगर के किसान श्री सीताराम जी की अध्यक्षता में इस ज्ञान पंचायत में निम्न लिखित निर्णय लिए गए।
- लोकविद्या समन्वय समिति का विस्तार किया जायेगा.
- अंचल के 3 गांवों में विस्थापन से सम्बंधित जानकारियां, दस्तावेजों की प्रतिलिपि और सरकारी नियमों की जानकारी उपलब्ध करायी जाएगी। लोकाविद्याधर इसे कभी भी देख सकते हैं।
- काली बिल्लोद ज्ञान पंचायत में लिए गए निर्णयों पर अमल किया जायेगा।
- लोकविद्याधरों की एकता में ही परिवर्तन के सूत्र हैं। अतः दिनांक 19 अगस्त 2012 को ग्राम चैनपुरा में ज्ञान पंचायत बुलाई जाएगी।
- 9 सितम्बर 2012, रविवार के दिन ग्राम घाटा बिल्लोद में एक महा पंचायत बुलाई जाएगी.
संजीव दाजी (कीर्तने )
इंदौर
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