लोकविद्या जन आंदोलन (लो.ज.आ.) का एक राष्ट्रीय समागम 11 जनवरी 2014 को मुलताई (मध्य प्रदेश ) में होने जा रहा है। मुलताई में किसान संघर्ष समिति के नेता डा. सुनीलम ने हमें वहाँ लोकविद्या जन आंदोलन के कार्यक्रम करने का यह न्यौता दिया है। किसान संघर्ष समिति द्वारा जारी किया गया निमंत्रण और लो.ज.आ. के इस समागम के लिए विद्या आश्रम द्वारा तैयार कार्यक्रम नीचे दिया जा रहा है। कार्यक्रम के लिये अपने सुझाव लिखें तथा मुलताई आने का कार्यक्रम बनाएं, 10 जनवरी तक आ जाएं।
लोकविद्या जन आंदोलन के अंतर्गत विकसित हो रहे विचारों और कार्यक्रमों की रपटें इस ब्लॉग पर छपती रही हैं। इस ज्ञान आंदोलन के तहत लोकविद्या समन्वय समूह, लोकविद्या मेल-मिलाप, लोकविद्या सत्संग, लोकविद्या ताना-बाना, लोकविद्या भाईचारा विद्यालय, लोकविद्या प्रपञ्चम, लोकविद्या साधिकार संघटना और लोकविद्या आश्रम के नाम से विचार और कार्यक्रम बनते गए हैं। अबकी बार मुलताई में परिवर्तन की राजनीति के लिए लो.ज.आ. के महत्व और संगठन के सवाल पर चर्चा शुरू करने का प्रयास रहेगा।
नवम्बर 2011 के लो.ज.आ. के प्रथम अधिवेशन के बाद दरभंगा (मार्च-अप्रैल 2012), विजयवाड़ा (मई 2012), सिंगरौली (सितम्बर 2012) और इंदौर (जनवरी 2013) में क्षेत्रीय सम्मलेन हो चुके हैं। मार्च 2012 में सेवाग्राम में और फरवरी 2013 में मुम्बई में संयोजन समिति व सलाहकार समिति की संयुक्त बैठकें हो चुकी हैं। इन बैठकों में इन समितियों के सदस्यों के अलावा और सक्रिय जन भी शामिल होते रहे हैं। इस बार भी ऐसी ही योजना है। प्रयास यह किया जा रहा है कि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से लोकविद्या कार्यों से जुड़े तथा लोकविद्याधर समाज के संघर्षों से जुड़े कार्यकर्ता लो.ज.आ. के इस मुलताई समागम में शामिल हों।
कार्यक्रम
10 जनवरी 2014
लोकविद्या सत्संग और शाम को अगले दो दिन की तैयारी बैठक। इसी में मुलताई घोषणापत्र पर विचार किया जायेगा। लोकविद्या सत्संग की टोलियां इंदौर और वाराणसी से रास्ते में सत्संग करते हुए मुलताई पहुंचेंगी।
11 जनवरी 2014
सुबह 10 बजे से 5 घंटे का कार्यक्रम।
- उद्घाटन : किसान संघर्ष और नई दुनिया का विचार - मुलताई का अमर किसान संघर्ष
- विभिन्न स्थानों के लोकविद्याधर समाज के संघर्षों के बीच समन्वय - जन संघर्षों पर ज्ञान (लोकविद्या ) का नज़रिया
- लोकविद्या दर्शन और परिवर्तन की राजनीति
- मुलताई घोषणापत्र - खुली चर्चा व सर्वानुमति
12 जनवरी 2014
मुलताई में शहीद किसानों को श्रद्धांजलि की आमसभा - मुलताई घोषणापत्र का ऐलान
इस ब्लॉग पर कार्यक्रम की वैचारिक और सांगठनिक चर्चा जारी रहेगी। हम भी लिखेंगे, आप भी लिखिए।
चित्रा सहस्रबुद्धे
किसान संघर्ष समिति, मुलताई, बैतूल (म.प्र.) का निमंत्रण
प्रिय साथी , मुलताई
ज़िंदाबाद ! 29 -11 -2013
हम आपको यह आमंत्रण पत्र 15 वें शहीद किसान स्मृति सम्मलेन के श्रद्धांजली कार्यक्रम को लेकर भेज रहे हैं। आप जानते ही हैं कि इस कार्यक्रम का विशेष महत्व है क्योंकि यहाँ के किसानों ने संघर्ष-प्रतिरोध की मिसाल कायम करते हुए बड़ी क़ुरबानी दी है। यहाँ 12 जनवरी 1998 को कांग्रेस सरकार द्वारा किये गए पोलिस गोली चालन में 24 किसान शहीद हुए थे तथा 150 को गोली लगी थी। हर वर्ष किसान संघर्ष समिति द्वारा शहीद किसान स्मृति सम्मलेन आयोजित किया जाता है। जिसमें देश भर के जन संगठन स्थानीय किसानों के साथ मिलकर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं तथा मुलताई घोषणापत्र जारी करते हैं। 12 जनवरी 2014 को जारी होने वाले मुलताई घोषणापत्र-15 में कौन से मुद्दे शामिल किये जाने चाहिए इस सम्बन्ध में हमें अपनी राय से अवगत कराने का कष्ट करें।
11 जनवरी को मुलताई में सुबह से दोपहर तक लोकविद्या जन आंदोलन की राष्ट्रीय स्तर की बैठक विद्या आश्रम वाराणसी द्वारा आयोजित की जा रही है। दोपहर 3 बजे से दक्षिण एशिया सोशल फोरम की बैठक आयोजित की जायेगी। कृपया एक दिन पहले पहुँचने का कार्यक्रम बनाएं ताकि 11 जनवरी के कार्यक्रमों में भी आप भागीदारी कर सकें।
कृपया स्मरण करें कि पिछले वर्ष के कार्यक्रम में डा. सुनीलम शामिल नहीं हो सके थे क्योंकि इन्हें तीन साथियों के साथ पोलिस गोली चालन के बाद उन पर 250 किसानों के साथ दर्ज किये गए 66 मुकदमों में से तीन मुकदमों में 52 वर्ष कि सजा सुनाई गयी थी और इस कारण वे जेल में थे। इस बार वे स्वयं आपके स्वागत के लिए उपस्थित रहेंगे।
मुलताई कब पहुंचेंगे और कब लौटेंगे इसकी सूचना जगदीश दोडके ( 09179124860 ) अथवा डा. सुनीलम ( 09425109770 ) को देने का कष्ट करें। मुलताई पहुँचने पर आपके भोजन और ठहरने कि व्यवस्था हमारे द्वारा की जायेगी। कृपया यात्रा व्यय की व्यवस्था स्वयं करने का कष्ट करें। यह उल्लेख करना आवश्यक है कि जनवरी में यहाँ काफी सर्दी होती है।
मुलताई नागपुर-इटारसी रेल मार्ग पर है जिस पर बैतूल भी है। यह बैतूल से लगभग 60 कि. मी. तथा नागपुर से 125 कि. मी. दूर है।
क्रान्तिकारी अभिवादन सहित
आपके साथी
टंटी चौधरी , जगदीश दोडके, लक्ष्मण बोरबन, संतोष राव वारस्कर , कृष्णा ठाकरे, सुमन बाई कसारे, कुलदीप पहाड़े (09691737897 ), लक्ष्मण विंझाड़े ( 08962276675 ), हरिओम विश्वकर्मा , कयूम खान, नान्ही बाई, सीताराम नरवरे, प्रेमचंद मालवीय, कैलाश डोगरदिये, गुलाब देशमुख।
विद्या आश्रम
The dedication to clean, durable design that won us over in 2012 has carried through to their latest product, the Adventure Log. http://q3cqo7xsws.dip.jp http://qyvcvuahi5.dip.jp http://jo5vhz4pa0.dip.jp
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