Tuesday, April 14, 2015

लोकविद्या जन आंदोलन का एक साल का कार्यक्रम

इस ब्लॉग पर कल प्रकाशित अंग्रेजी पोस्ट का यह हिंदी अनुवाद है।

लोकविद्या जन आंदोलन (लोजआ)
राष्ट्रीय कार्यालय , 10-100 न्यू गड्डीअन्नरम , हैदराबाद-500060 


2015 - 16 का कार्यक्रम 
लोकविद्या समाज में लोजआ का कार्य कई स्थानों पर चलेगा  तथा नीचे दिए बिन्दुओं पर केंद्रित होगा।
  •  लोकविद्या में समाज के विश्वास को मज़बूत करना और उसका ऐलान करना - "लोकविद्या काबिल है और कर के दिखाएगी !" यह ज्ञान आंदोलन का एक बहुत महत्वपूर्ण पहलू है। 
  •  लोकविद्या आधारित कार्यों के लिए बराबर के पारिश्रमिक की मांग उठाना और उसे फैलाना। 
  • स्थानीय बाजार मज़बूत करना। 
  1.  इन विचारों के प्रसार के लिए देश भर में कई स्थानों पर बस्तियों, गाँवों और स्थानीय बाज़ारों में बैठकें की जायेंगी। लोकविद्या साहित्य का वितरण और स्पष्ट वार्ताएं ही जरिया होंगे। 
  2. जिन राजनीतिक नेताओं ने पूंजीवादी बाजार के खिलाफ सार्वजनिक बयान दिए हैं , उनसे जब भी संभव हो बात की जाएगी और उन्हें लोकविद्या साहित्य भेजा जायेगा ।  जैसे बिहार के नितीश कुमार , पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी  और दिल्ली के केजरीवाल।  
  3. उपरोक्त विषयों पर सभी दलों के और गैरदलीय ऐसे नेताओं तथा सक्रिय कार्यकर्ताओं तक लोकविद्या साहित्य पहुँचाया जायेगा जो पूंजीवादी बाजार के खिलाफ हैं।  
  4. लोजआ का राष्ट्रीय समन्वय हैदराबाद से होगा।  हैदराबाद स्थित प्रमुख कार्यालय से यह काम किया जायेगा।  हैदराबाद तथा सारनाथ/वाराणसी के सदस्य विभिन्न स्थानों के कार्यों में सहयोग करेंगे और उनमें भाग लेंगे। 
  5. राष्ट्रीय कार्यालय की ज़रुरत के मुताबिक धन संग्रह किया जायेगा।  लोकविद्या प्रपंचम (लोजआ की  तेलुगु पत्रिका ) के बैंक खाते के मार्फ़त यह कार्य किया जायेगा।  हैदराबाद इकाई का एक सदस्य यह ज़िम्मेदारी निभाएगा। 


विद्या आश्रम 

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