किसान कारीगर पंचायत
रविवार, 29 अक्तूबर 2017
11 बजे से 4 बजे तक
विद्या आश्रम, सा 10/82 ए, अशोक मार्ग, सारनाथ
पिछले दो-तीन वर्षों से देश का किसान समाज सरकारी
नीतियों से ज्यादा ही त्रस्त हैं . देशभर में किसानों ने फसलों के दाम, क़र्ज़, जमीन
अधिग्रहण और मुआवज़े कि अन्यायपूर्ण नीतियों के खिलाफ संघर्ष छेड़ दिए हैं. सरकार ने
लाठी गोली के सहारे इन्हें कुचलने का प्रयास भी किया हैं . तमाम राजनैतिक दल
किसानों के आंदोलनों से अपने दल को मज़बूत करने के सपने देखने लगे हैं . लेकिन न तो
किसी सरकार के पास और न किसी दल के पास किसानों की खुशहाली के लिए कोई ठोस नीतियां
हैं. ऐसे में किसान समाज और संगठनों से हमारी अपील हैं कि सरकारों से मांग न करके वे
खुद देश के लिए सबकी खुशहाली का एजेंडा बनायें.
इसी कोशिश में पिछले चार वर्षों से प्रतिवर्ष आश्विन-कार्तिक
माह में वाराणसी में किसान कारीगर पंचायत हो रही हैं. इस पंचायत का कहना है कि
किसान और कारीगर एकजुट होकर यह दावा सामने रखें कि ---
किसान और कारीगर परिवारों की आय
सरकारी कर्मचारी की आय के बराबर होनी चाहिए
इस एक मुद्दे पर हम तमाम किसान व कारीगर संगठनों और सामाजिक संगठनों व कार्यकर्ताओं से लगातार
वार्ता कर रहे हैं. सरकार द्वारा पिछले वर्ष नोटबंदी और इस वर्ष जीएसटी लगाकर
किसान, कारीगर, छोटे दुकानदारों और छोटी पूँजी का धंधा करने वालों को और मुसीबत
में डाल दिया है. ऐसे में आय का कम और अनिश्चित होते जाने का सिलसिला बहुत बढ़ गया
है. हमारा आग्रह है कि लोग न्याय के पक्ष
में खड़े होने का साहस करें और ऊपर लिखे मुद्दे पर किसानों और कारीगरों के साथ
आयें.
इस वर्ष यह पंचायत सारनाथ में विद्या आश्रम पर हो रही है. इस
पंचायत में किसान और कारीगर समाज के आर्थिक और सामाजिक न्याय के लिए दिशाबोध हो
सके इसके लिए ऊपर लिखे मुद्दे पर तो बात होगी ही साथ ही हाथ के बने सामानों
पर से जीएसटी हटाया जाये इस मांग को लेकर बंगलुरु और हैदराबाद में चल रहे
सत्याग्रह को व्यापक करने की बात भी होगी . आप इस पंचायत में अवश्य आयें और न्याय
की पहल में शामिल हों .
कार्यक्रम
11.00 लोकविद्या के बोल
11.30 चर्चा : हर किसान और कारीगर परिवार कि आय
सरकारी कर्मचारी जैसी हो.
2.00 चर्चा
: हाथ के सामानों पर से जीएसटी हटाने के लिए सत्याग्रह पर चर्चा
3.30 जुलूस : सबको पक्की आय की
मांग के साथ जुलूस जो विद्या आश्रम से सारनाथ चौराहा, संग्रहालय, सुहेलदेव मूर्ती होते
हुए वापस विद्या आश्रम पहुंचेगा.
4.00 भोजन
·
‘हाथ से बने सामानों पर से जीएसटी हटाया जाय’
इस मांग को लेकर बंगलुरु और फिर हैदराबाद के बुनकर संगठन प्रसिद्ध रंगकर्मी और सामाजिक
कार्यकर्त्ता प्रसन्ना की अगुवाई में सत्याग्रह कर रहे हैं . इस सत्याग्रह के बारे
में जानने के लिए इन्टरनेट पर नीचे दिए लिंक देख सकते हैं –
निवेदक
लक्ष्मण प्रसाद प्रेमलता सिंह एहसान अली
( 9026219913 ) ( 9519854478) (8303244310)
अध्यक्ष संयोजक संपादक
भारतीय किसान यूनियन) ( लोकविद्या जन आन्दोलन) (कारीगर नजरिया)
वाराणसी वाराणसी
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